ऐ ज़िन्दगी

अपनों ने ही अहसानो तले दबाया है...

ऐ ज़िन्दगी आज फिर तूने रुलाया है...

इन आँसुओ को हमने हर शख्स से छुपाया है...

दुश्मन के रूप में हमने ज़िन्दगी को पाया है...

दुश्मनी का बदला भी इसने इस कदर लिया है...

मरहम लगे ज़ख्म पर इसने फिर ज़ख्म दिया है...

मुझसे जीत मेरी छीनकर इसने मुझे हराया है...

ऐ ज़िन्दगी आज फिर तूने रुलाया है...

गलतफहमी है तेरी तुझसे हारकर बिखर जाऊँगा मैं...

इंतजार करना तुझसे लड़ने फिर आऊगा मैं...

हैं काँटों से भरा तेरा सफर पर इसे पूरा जरूर कर लेंगे...

याद रखना ऐ ज़िन्दगी इन आंसूओ का बदला हम हंसकर लेंगे...

                                       Rajat Rajpurohit


Video Source- YouTube
   "The last page of notebook"

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